Bitcoin Kya Hai और यह काम कैसे करता है

आज के इस आर्हटिकल में हम बिटकॉइन के बारे में सीखेंगे “Bitcoin Kya Hai?” यह काम कैसे करता है, इसमें निवेश कैसे करें, इसका उपयोग कैसे होता है, इसके फायदे और नुकसान क्या है? इत्यादि. बिटकॉइन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।

बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है और इसे cryptocurrency भी कहा जाता है। इसके ऊपर किसी बैंक या सरकार को कोई कंट्रोल नहीं होता है। इस करेंसी का वास्तविक रूप से कोई अस्तित्व नहीं होता है, यह पूरी तरह से वर्चूअल करेंसी होती है।

आखिर बिटकॉइन है क्या? (Bitcoin Kya Hai?) जहाँ देखे हर कोई इसे खरीदना चाह रहा है। आज यह एक वैश्विक मुद्रा (World Currency) बन चुका है। यानि बिटकॉइन को पुरे विश्व के किसी भी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में भेजा जा सकता है।

Bitcoin Kya Hai

Table of Contents

Bitcoin Kya Hai? बिटकॉइन क्या है?

बिटकॉइन एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है। जिसे आप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ऑनलाइन ट्रेड (Trade) या buy कर सकते है। इसे आप एक वर्चुअल करेंसी भी कह सकते है।

यह एक स्वतंत्र मुद्रा भी है, जिसका मतलब है कि बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, जिसका आसान मतलब यह है की यह किसी विशिष्ट देश या मुद्रा से बंधा नहीं है। इसे आप इन्टरनेट की करेंसी कह सकते है।

जिस प्रकार दुनिया के हर देश का अपना एक करेंसी है, जैसे भारत की करेंसी रुपया है, अमेरिका की करेंसी डॉलर है, UAE की करेंसी दिनार हैं। उसी प्रकार इंटरनेट की भी एक दुनिया हैं जहां पर वर्चुअल करेंसी या डिजिटल करेंसी चलता है। जिसे हम बिटकॉइन कहते हैं।

बिटकॉइन एक ऐसी करेंसी है जो किसी सिक्के या नोट के रूप में ना होकर, एक प्रकार के प्रोग्राम के रूप में होती है। बिटकॉइन को सन 2009 में Satoshi Nakamoto नाम के एक प्रोग्रामर ने बनाया था। लेकिन Satoshi Nakamoto कौन है, ये आज तक पता नहीं चल पाया है। और समय-समय पर बहुत से लोग खुद को Satoshi Nakamoto बताते है।

Bitcoin एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा हैं। यह पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा हैं जिसका अर्थ है कि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है। इसका विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने किया है। – विकिपीडिया

बिटकॉइन, एक डिजिटल मुद्रा है जिसे लोग इंटरनेट के माध्यम से आपसी लेन-देन और वित्तीय क्रियाएँ करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसे क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है क्योंकि इसकी सुरक्षा क्रिप्टोग्राफी से होती है, जिससे इसके लेन-देन को सुरक्षित बनाए रखा जाता है।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन के सभी लेन-देन की जानकारी एक ऑनलाइन लेखर में रखी जाती है, जिसे हम “ब्लॉकचेन” कहते हैं। यह ब्लॉकचेन उस लेन-देन की जानकारी को सुरक्षित बनाए रखता है और सभी उपयोगकर्ताओं को पहुंचता है, इससे भ्रांतियों को रोकते हैं और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

बिटकॉइन, ब्लाकचेन टेक्नोलॉजी पर बनी एक मुद्रा है, जिसका मतलब है कि इसके सभी लेनदेन सार्वजनिक और क्रमश: ब्लॉकचेन में सुरक्षित रूप से स्टोर किए जाते हैं। जिससे कि अब तक इसमें जितने भी लेनदेन हुए है, वो कोई भी देख सकता है।

टेक्नोलॉजी के हाई लेवल पर, एक बहुत विकसित तकनीकी आविष्कार में से एक बिटकॉइन नाम की एक नई करेंसी उत्पन्न हुई थी। P2P तकनीकी ने Bitcoin को एक बड़ी प्रेरणा दी, इससे यह हुआ कि लोग तत्काल और सीधे लेन-देन कर सकें।

बिटकॉइन नेटवर्क में व्यक्तियों और कंपनियों को ‘बिटकॉइन खनिक’ कहा जाता है, जो अपनी कंप्यूटिंग शक्ति का उपयोग करके Bitcoins का उत्पादन करते हैं और इनमें एक प्राप्ति के रूप में उन्हें प्राप्त करते हैं।

खनिकों को उपहार में मिलने वाले Bitcoins के अलावा, जिनकी संख्या निश्चित है, उन्हें लेनदेन शुल्क और नए Bitcoins को निरंतर कम दर पर प्रक्रियाशील रूप से जारी किया जाता है। इस इनाम प्रणाली के अंत में, लगभग 21 मिलियन Bitcoins की आपूर्ति को संचालित करने के लिए व्यवस्थित किया जाता है।

बिटकॉइन का मूल्य कैसे तय होता है?

बिटकॉइन का मूल्य लोगों की मांग और पूर्ति के आधार पर बदलता है। अगर ज्यादा लोग बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं, तो मूल्य बढ़ता है, और इसी के विपरीत, अगर कम लोगों को चाहिए, या खरीदने वाले कम है तो मूल्य कम हो जाता है।

1. आपकी मांग और पूर्ति:

बिटकॉइन का मूल्य एक सरल सिद्धांत पर आधारित होता है – आपकी मांग और पूर्ति। जब बिटकॉइन की मांग ज्यादा होती है और users इसे खरीदना चाहते हैं, तो मूल्य बढ़ता है। इसके उलट, जब मांग कम होती है और users बिटकॉइन बेचना चाहते हैं, तो मूल्य कम हो जाता है।

2. बिटकॉइन की व्यापारिक प्रचलितता:

जितना अधिक लोग बिटकॉइन का उपयोग करेंगे, उतना ही इसका मूल्य बढ़ेगा। इसका कारण है कि जब अधिक लोग इसे उपयोग करेंगे, तो इसकी मांग बढ़ेगी और मूल्य भी बढ़ेगा।

3. सार्वजनिक विश्वास:

बिटकॉइन का मूल्य सार्वजनिक विश्वास पर भी निर्भर करता है। जब लोग इसमें विश्वास करते हैं और उसे एक सुरक्षित और स्थिर मुद्रा मानते हैं, तो उसका मूल्य बना रहता है और बढ़ता है।

4. बाजार की स्थिति:

विभिन्न बाजारों की स्थिति भी बिटकॉइन के मूल्य पर प्रभाव डाल सकती है। कई बार बाजार में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे बिटकॉइन के मूल्य में भी बदलाव हो सकता है।

5. गवर्नमेंट और नियमों का प्रभाव:

कुछ समय में सरकारें और नियामक संगठन भी बिटकॉइन के मूल्य पर नियंत्रण बनाए रखते हैं। इसलिए, यह भी मूल्य में परिवर्तन ला सकता है।

बिटकॉइन का उपयोग

बिटकॉइन का उपयोग लोग ऑनलाइन खरीददारी, निवेश और आपसी लेन-देन में कर रहे हैं। इससे वित्तीय स्वतंत्रता मिलती है और लोगों को एक नए तरीके से वित्तीय संबंध बनाने में मदद मिलती है।

बिटकॉइन को एक निवेश के रूप में देखा जा सकता है। कई लोग बिटकॉइन में निवेश करके उन्हें बढ़ते हुए मूल्य का लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा बिटकॉइन का उपयोग लेन-देन में भी किया जा सकता है। यह व्यक्तिगत और व्यापारिक स्तर पर हो सकता है, जिससे सीधे और सुरक्षित तरीके से धन भेजा जा सकता है।

बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन खरीददारी में किया जा सकता है। कुछ ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म्स ने इसे पेमेंट के लिए स्वीकार किया है, जिससे लोग अपनी खरीददारी करने के लिए बिटकॉइन का उपयोग कर सकते हैं।

बिटकॉइन लोगों को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है क्योंकि इसका उपयोग किसी बैंक या सरकार के मध्यस्थ के बिना किया जा सकता है। लोग अपने धन को सीधे अन्य व्यक्ति से भेजने और प्राप्त करने का स्वतंत्रता का आनंद ले सकते हैं।

बिटकॉइन कार्य कैसे करती है?

बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जो इंटरनेट पर संचार के लिए बनाई गई है। यह विभिन्न देशों की मुद्राओं के स्थान पर इस्तेमाल होती है और इसमें कोई सरकार या बैंक का कोण नहीं होता।

बिटकॉइन लेन-देन का सिर्फ एक ऑनलाइन तरीका है, जिसमें कोई मध्यस्थ नहीं होता है। लोग एक डिजिटल वॉलेट का उपयोग करके बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन से भेज सकते हैं, बिना किसी बैंक की जरूरत के।

बिटकॉइन की सभी लेन-देन की जानकारी एक ब्लॉकचेन में संग्रहीत होती है। ब्लॉकचेन एक सुरक्षित और डिजिटल बही-खाता है जो सभी लेन-देन की जानकारी को सुरक्षित रखता है और उसे हमेशा बदलने की अनुमति देता है। इसी डिजिटल बही-खाता यानी ब्लॉकचेन के जरिये ही क्रिप्टोकरेंसी का संचालन किया जाता है।

बिटकॉइन का निर्माण एक प्रक्रिया है जिसे खनन कहा जाता है। यह प्रक्रिया उन व्यक्तियों द्वारा की जाती है जो अपने कंप्यूटर का उपयोग करके ब्लॉकचेन को सुरक्षित रखने के लिए मदद करते हैं और उन्हें इसके बदलाव के लिए इनाम मिलता है।

जब कोई इन्सान बिटकॉइन या कोई भी क्रिप्टोकरेंसी की खरीद करता है, तो उस ट्रांजेक्शन का डाटा एक ब्लॉक में सुरक्षित हो जाता है। जिसके बाद अगर आप उसी बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी को बेचते है तो इस ट्रांजेक्शन का डाटा फिर से एक ब्लॉक में सुरक्षित हो जाता है।

ये दोनों ब्लॉक एक सीरियल में जुड़ते जायेंगे, और इसी तरह से बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी के सभी लेन देन एक ब्लॉक में क्रमानुसार जुड़ते चले जायेंगे। और इसी कारण से इसे ब्लॉकचेन (Blockchain) कहा जाता है। और इस तकनीक को ब्लॉकचेन तकनीक कहा जाता है।

बिटकॉइन वॉलेट क्या है?

बिटकॉइन एक फिजिकल करेंसी नहीं है, इसलिए इसे हम फिजिकली स्टोर नहीं कर सकते। इसे सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर करके रख सकते है, जिसके लिए एक वॉलेट की जरूरत होती है, और इसी वॉलेट को बिटकॉइन वालेट कहा जाता है।

बिटकॉइन वॉलेट कई प्रकार के होते है, जैसे – डेस्कटॉप वॉलेट, मोबाइल वॉलेट, ऑनलाइन/वेब बेस्ड वॉलेट, सॉफ्टवेर वॉलेट और हार्डवेयर वॉलेट। अगर अप बिटकॉइन खरीदना चाहते है तो पहले आपको इसकी वॉलेट की जरूरत होगी, जिसमे आप बिटकॉइन को स्टोर करके रखेंगे। इसके लिए आपको पहले वॉलेट में अकाउंट बनाना होगा।

वॉलेट में अकाउंट बनाने के बाद आपको एड्रेस के रूप में एक यूनिक ID मिल जाती है, और इसी आईडी की मदद से आप बिटकॉइन को स्टोर करने के लिए वॉलेट का इस्तेमाल कर पाएंगे।

अगर आप बिटकॉइन खरीदते है, तो वो बिटकॉइन आपके वॉलेट में जाकर स्टोर हो जाता है, जिसे आप कभी भी कहीं से भी चेक कर सकते है। और अगर आप बिटकॉइन बेचते है, तो बिटकॉइन बिकने के बाद जो पैसे आपको मिलते है वो पहले आपके बिटकॉइन वॉलेट में आते है, और बाद में आप जब चाहे अपने बैंक अकाउंट में उसे ट्रान्सफर करवा सकते है।

बिटकॉइन माइनर क्या है?

बिटकॉइन को “माइनिंग” या “खनन” के माध्यम से बनाया जाता है, और इस प्रक्रिया में बिटकॉइन माइनर का महत्वपूर्ण योगदान होता है। बिटकॉइन माइनिंग एक विशेष प्रक्रिया है, जिसमें कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके नए बिटकॉइन को नेटवर्क में जोड़ा जाता है। इस प्रक्रिया में लोगों को कैलकुलेशन करने में काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।

बिटकॉइन माइनर वे व्यक्ति हैं जो अपने कंप्यूटरों का उपयोग करके नए बिटकॉइन को बनाने में सहायता करते हैं। इस प्रक्रिया में, वे calculation करने के लिए अपनी कंप्यूटिंग पॉवर का उपयोग करते हैं और नए बिटकॉइन को नेटवर्क में जोड़ते है।

जब एक समस्या हल होती है, तो माइनर को एक नया ब्लॉक मिलता है और इसके बदले में उन्हें नए बिटकॉइन मिलते हैं। बिटकॉइन माइनिंग के लिए लोगों को इनाम भी मिलता है, जिसमें नए बिटकॉइन शामिल होते हैं, और इसे ब्लॉक रिवॉर्ड कहा जाता है।

बिटकॉइन माइनिंग के दौरान बनाये गए नए बिटकॉइन के सभी लेन-देन की जानकारी एक सार्वजनिक लेजर में स्टोर की जाती है, जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है।

बिटकॉइन के फायदे

बिटकॉइन के कई सारे अपने फायदे है, चलिए जानते है :

  • बिटकॉइन वित्तीय स्वतंत्रता का स्रोत है। इसमें कोई सरकार या बैंक शामिल नहीं है, इसलिए उपयोगकर्ता अपने पैसे को स्वयं नियंत्रित कर सकते हैं।
  • बिटकॉइन लेनदेन बेहद तेज़ हैं और इसके लिए किसी बैंक की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है। यह बिना किसी बिचौलिए के सीधे होता है, जिससे सुरक्षित और त्वरित लेनदेन संभव हो जाता है।
  • बिटकॉइन लेनदेन सुरक्षित और निजी हैं। इसमें क्रिप्टोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे यूजर्स की निजी जानकारी सुरक्षित रहती है।
  • बिटकॉइन users का अपनी करेंसी पर पूरा कंट्रोल होता है। कोई भी तीसरा पक्ष इन पर नियंत्रण नहीं कर सकता, जो व्यक्तिगत वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है।
  • बिटकॉइन से भुगतान अक्सर अन्य भुगतान विधियों की तुलना में सस्ता होता है, क्योंकि इसमें कोई दांव नहीं होता है और लेनदेन शुल्क कम होता है।
  • बिटकॉइन का उपयोग करना आसान है और इसे किसी भी समय और किसी भी स्थान से उपयोग किया जा सकता है, जो व्यवसाय और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक प्रयोज्यता प्रदान करता है।

बिटकॉइन के नुकसान

जिस तरह से बिटकॉइन के फायदे है, उसी तरह इसके कुछ नुकसान भी है, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है। चलिए, जानते है बिटकॉइन के क्या नुकसान है :

  • बिटकॉइन की सबसे बड़ी कमी, जिसकी वजह से लोगों का बहुत भारी नुकसान हो सकता है, वह है इसकी कीमत में काफी ज्यादा उतार चढ़ाव होना। इसके रेट में बहुत ज्यादा बदलाव होता रहते है, जिसकी वजह से लोगों को नुकसान हो सकता है।
  • बिटकॉइन के मूल्य में अस्थिरता हो सकती है, जो उपयोगकर्ताओं को अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है। यह एक दिन में कई बार बदल सकता है, जिससे नुकसान हो सकता है।
  • बिटकॉइन नेटवर्क को साइबर हमलों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। सुरक्षा की कमी के कारण बिटकॉइन को हैक किया जा सकता है, जिससे नुकसान हो सकता है।
  • कुछ क्षेत्रों में बिटकॉइन को लेकर कानूनी विवाद हो सकते हैं। कुछ देश बिटकॉइन को अपनाने और मान्यता देने में संघर्ष कर रहे हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं के लिए समस्याएँ पैदा हो सकती हैं।
  • बिटकॉइन से निवेश की अस्थिरता बढ़ सकती है, लोगों को इसमें निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लेना चाहिए।

बिटकॉइन के नुकसानों को ध्यान में रखते हुए, उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और वित्तीय निर्णय लेने से पहले सभी पहलुओं पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए। बिटकॉइन का सही तरीके से उपयोग करके ही उपयोगकर्ता इससे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे ख़रीदे?

बिटकॉइन एक नई तकनीकी मुद्रा है जिसे आप आसानी से खरीद सकते हैं। यहां हम एक सरल और सुविधाजनक तरीके से बता रहे है कि आप बिटकॉइन कैसे खरीद सकते हैं:

1. बिटकॉइन एक्सचेंज:

बिटकॉइन एक्सचेंज सबसे सामान्य तरीका है बिटकॉइन खरीदने का। आपको केवल एक बिटकॉइन एक्सचेंज चुनना है, खाता बनाना है, और फिर वहां से बिटकॉइन खरीद सकते हैं। जैसे – WazirX, Coinbase, Binance, ZebPay, CoinSwitch, इत्यादि।

2. P2P ट्रेडिंग:

P2P ट्रेडिंग एक और विकल्प है जिससे आप दूसरे व्यक्ति से सीधे बिटकॉइन खरीद सकते हैं। इसमें एक प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के साथ बिटकॉइन की ट्रेडिंग कर सकते हैं और भुगतान कर सकते हैं। LocalBitcoins और Paxful इस प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हैं।

3. बिटकॉइन ATM:

कुछ बड़े शहरों में बिटकॉइन एटीएम होते हैं, जहां आप सीधे रुपये के मुद्राओं के बदले बिटकॉइन खरीद सकते हैं। जिसके लिए आपको एक बिटकॉइन वॉलेट और वैध आईडी की आवश्यकता हो सकती है।

4. बिटकॉइन वॉलेट:

बिटकॉइन खरीदने के लिए एक वॉलेट की आवश्यकता होती है। आपके पास एक वॉलेट होना आवश्यक है ताकि आप खरीदी गई बिटकॉइन को सुरक्षित रख सकें। हॉट वॉलेट और कोल्ड वॉलेट दोनों प्रकार की वॉलेटें होती हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन में सुरक्षा की दृष्टि से अलग-अलग हैं।

बिटकॉइन खरीदते समय, विवेकपूर्ण निर्णय लेना बेहद जरूरी है। आपको बाजार की स्थिति, एक्सचेंज की विश्वसनीयता, और अपनी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए।

बिटकॉइन खरीदना आसान है, लेकिन ध्यानपूर्वक और विवेकपूर्णता से करना बेहद जरूरी है। यह एक नई और रोमांचक मुद्रा है, इसलिए धीरज रखें और सही निर्णय लें।

FAQ’s

Q1) आज बिटकॉइन का क्या रेट है?

उत्तर - आज दिनांक 15 दिसम्बर 2023 को 1 बिटकॉइन का रेट 42,560 डॉलर (USD) है, और भारतीय रुपए में इसका रेट 35,38,360 रुपए है। चूँकि क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग 24 घंटे होती है, इसलिए इसका रेट हर समय बढ़ती और घटती रहती है।

Q2) बिटकॉइन के आविष्कार के समय इसकी क्या कीमत थी?

उत्तर - बिटकॉइन वर्ष 3 जनवरी 2009 में Satoshi Nakamoto के द्वारा लॉन्च किया गया था। उस वक़्त इसकी कीमत 0.0008 डॉलर (USD) थी, जो की भारतीय रुपए में लगभग 0.06 रुपए या 6 पैसे के समान थी।

Q3) बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है?

उत्तर - वैसे तो बिटकॉइन एक स्वतंत्र डिजिटल करेंसी है, जो किसी भी देश की मुद्रा नहीं है। लेकिन मई 2021 को राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने अपने देश EL Salvador में बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में अपनाने के लिए एक कानून पारित किया। जिसके बाद बिटकॉइन को अपनाने वाला यह दुनिया का पहला देश बन गया।

Q4) बिटकॉइन भारत में वैध (Legal) है या नहीं?

उत्तर - जी हाँ, भारत में बिटकॉइन वैध (Legal) है।

Q5) बिटकॉइन कहाँ से ख़रीदे?

उत्तर - भारत में बिटकॉइन या कोई भी क्रिप्टोकरेंसी की खरीद के लिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग एप्प जैसे WazirX, Coinbase, ZebPay, CoinSwitch, इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है।

Q6) 1 बिटकॉइन में कुल कितने सिक्के होते है?

उत्तर - जैसे 1 रुपए में 100 पैसे होते है, ठीक उसी तरह 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ सतोशी (Satoshi) होते है। कोई भी इन्सान 1 सतोशी खरीद कर भी बिटकॉइन का कुछ हिस्सा अपने पास रख सकता है।

Q7) बिटकॉइन क्या है? (Bitcoin Kya Hai?)

उत्तर - Bitcoin Kya Hai ये हमने इसी आर्टिकल के शुरुआत में ही बता दिया है कि बिटकॉइन एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है। जिसे आप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ऑनलाइन ट्रेड (Trade) या buy कर सकते है। इसे आप एक वर्चुअल करेंसी भी कह सकते है। और इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है।

Conclusion

तो दोस्तों, उम्मीद करता हूँ कि आपको हमारी ये आर्टिकल “Bitcoin Kya Hai और यह काम कैसे करता है?” जरूर पसंद आई होगी। “Bitcoin Kya Hai और बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी अब आपको मिल गयी होगी। और हमारे द्वारा बताई गयी सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी। अगर आपके मन में अभी भी किसी तरह का कोई सवाल है, तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते है।

कृपया अपना बहुमूल्य सुझाव (Feedback) देकर हमें ये बताने का कष्ट करें कि Tech Hindi Gyan को और भी ज्यादा बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। आपका सुझाव इस वेबसाइट को और भी अधिक उद्देश्यपूर्ण और सफल बनाने में सहायक होंगे।

आर्टिकल पसंद आया हो तो कृपया इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में शेयर करें, और उनकी सहायता करें। इसके अलावा THG को Follow करके सभी नए पोस्ट की जानकारी लगातार प्राप्त कर सकते है।

1 thought on “Bitcoin Kya Hai और यह काम कैसे करता है”

Leave a Comment