On Page SEO क्या हैं और Implement कैसे करें? Post और Page को Fully Optimize करने के Top 10 Tips

हेल्लो दोस्तों, On Page SEO क्या है? On Page SEO कैसे करें? On Page SEO क्यूँ किया जाता है? On Page SEO से हमें क्या फायदे होते हैं? इसके अलावा और भी बहुत से सवाल On Page SEO से सम्बंधित है, जिसका जवाल सभी ब्लोग्गर्स को पता होना चाहिए। सभी ब्लॉगर यही चाहते है कि उनके ब्लॉग में अच्छे ट्रैफिक आये। लेकिन बहुत बार Proper SEO करने के बाद भी ट्रैफिक नहीं मिल पाती हैं। जिसका कारण होता हैं, On Page SEO. On Page SEO एक बहुत ही महत्पूर्ण भाग है, जिसकी मदद से आपकी ब्लॉग सभी सर्च इंजन में टॉप पर Rank करेगी। और अच्छे ट्रैफिक भी आयेंगे।

On Page SEO क्या हैं और Implement कैसे करें? Post और Page को Fully Optimize करने के Top 10 Tips
इसलिए दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में On Page SEO के बारे में जानेंगे, कि On Page SEO क्या है? On Page SEO कैसे करें? On Page SEO क्यूँ किया जाता है? On Page SEO से हमें क्या फायदे होते हैं? इत्यादि। आपको इस पोस्ट में On Page SEO के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। तो चलिए जानते है On Page SEO के बारे में। सबसे पहले शुरू करेंगे SEO से।




What is SEO (SEO क्या है?)

अगर हम आसान शब्दों में समझे तो SEO एक टेक्निक है जिसकी मदद से ब्लॉगर अपने ब्लॉग के पेजेस और पोस्ट में इसे Implement करके गूगल सर्च इंजन में आसानी से अपने सभी Articles को रैंक करा सकता है। और आपको पता होगा कि, जितनी ज्यादा अच्छी आपकी रैंक होगी उतने ज्यादा ट्रैफिक आपके ब्लॉग में आएंगे। SEO का पूरा नाम हैं Search Engine Optimization हैं। SEO को दो भाग में devide किया गया हैं। पहले हैं On Page SEO और दूसरा हैं Off Page SEO. 


Off Page SEO क्या है ?

ऑफ पेज SEO होता हैं, जो आप अपने पेज से हट कर SEO करते हैं। मतलब ये कि ऐसा SEO जिसे हम अपने पोस्ट के पेज पर नहीं करते। पोस्ट पब्लिश करने के बाद करते हैं वो भी अपने ब्लॉग से बहार। उदहारण कि मदद से आप आसानी से समझ सकते हैं। e.g. Social Media Sharing, Commenting, Guest Post, Directory Submission, Etc.


On Page SEO क्या है?

On Page SEO एक एसी SEO Technique हैं, जिसे हम अपने ब्लॉग पोस्ट के पेज पर करते हैं। आप नाम से ही समझ सकते हैं, On Page यानी जो पेज के ऊपर कि जाती हैं, उसे On Page SEO कहते हैं। और Ranking के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यही होता हैं। इसे हम ऐसे समझ सकते हैं, ब्लॉग पर पोस्ट लिखने के दौरान पेज पर किये गए सभी SEO Settings, On Page Seo कहलाता हैं। 

On Page SEO का हर एक फैक्टर आपके द्वारा स्वंय ही कण्ट्रोल किया जाता हैं, आपके ब्लॉग के पेज या interface में। इसलिए इसे सही तरीके से करना बहुत जी ज्यादा जरूरी और महत्वपुर्ण है। अगर आप बिलकुल सही तरीके से On Page SEO को अपने ब्लॉग पर Implement करते हैं तो निश्चित तौर पर आपके ब्लॉग में ट्रैफिक आने लगेंगे। 



On Page SEO कैसे करें?

On Page SEO करने के लिए हमें पोस्ट या आर्टिकल लिखते समय सभी SEO factors पर काम करना होगा। जैसे :- Title, Meta Description, Keywords, Permalink, Internal Linking, Images, Alt Tag, Etc. हम जब अपने ब्लॉग पर पोस्ट लिखते हैं, तो इसका मतलब सिर्फ पोस्ट लिखना नहीं होता हैं। हमें पोस्ट लिखते समय SEO का पूरा ध्यान रखना होता हैं। हमें सबसे ज्यादा ध्यान अपने पोस्ट के Title, Meta Description और Permalink पर देना होता हैं, क्यूंकि सर्च इंजन में यही तीन Show करते हैं। तो चलिए हम इन सभी On Page SEO Factors को अच्छे से detail में समझते हैं।

Importance of Title, Description and Permalink on On Page SEO

1)  Post Title  

On Page SEO का सबसे main factor ब्लॉग पोस्ट का टाइटल होता हैं। पोस्ट टाइटल SEO में सबसे बड़ा Role अदा करता हैं। अब सवाल अता हैं, ब्लॉग पोस्ट का टाइटल कैसा होना चाहिए? पोस्ट के टाइटल में Keywords का इस्तेमाल करना जरूरी होता हैं। टाइटल कैसा होना चाहिए? टाइटल को SEO Responsive कैसे बनाये? टाइटल में किस प्रकार के Keywords यूज़ करें? इस प्रकार के कुछ सवाल है जो सायद आप भी जानना चाहते होंगे। यहाँ पर मैं आपको Title के कुछ Special Tips बता रहा हूँ। जिससे आप Post Title के बारे में और अच्छे से समझ पाएंगे। 




i) Use Main Keyword :-
आप जिस टॉपिक पर पोस्ट लिखे, उसमे ऐसा Keyword यूज़ करें, जो पूरे content में हो और जिसके बारे में पोस्ट लिखा गया हो। e.g. – अगर आप लिखते है, Guest Post  क्या है? Guest Posting कैसे करें? तो इसमें Main Keyword हैं Guest Post. अगर इस पोस्ट की बात करें तो ये पोस्ट हैं On Page SEO के बारे में तो इस प्रकार इस पोस्ट का Main Keyword होगा On Page SEO. 


ii) Use Targeting Keywords :-
आपको अपने हर पोस्ट के Title में सिर्फ Targeting Keywords ही यूज़ करने हैं। मतलब ये कि आप जिस टॉपिक पर पोस्ट लिखे उसके लिए ऐसा Keywords यूज़ करें जो पोस्ट के Content के हिसाब से बिलकुल Perfect हो। 


iii) Use Numbers on Title :-
पोस्ट टाइटल में नंबर यूज़ करें। जैसे :- 5, 10, 20, 50, etc. क्यूंकि ऐसे नंबर वाले पोस्ट को users ज्यादा देखना पसंद करते हैं। 


iv) Don’t Repeat Keywords :-
टाइटल में किसी भी keyword को repeat मत करें। एक keyword सिर्फ एक बार ही यूज़ करें। e.g. – Policy Bazaar क्या हैं? Policy Bazaar की पूरी जानकरी। ये टाइटल गलत है, इसमें एक keyword दो बार इस्तेमाल किये गए हैं। इस तरह से टाइटल मत लिखें। इसे आप ऐसा लिख सकते हैं – Policy Bazaar क्या हैं? इसकी पूरी जानकारी हिन्दी में।


v) Use Only 30 to 70 Characters :-
अपने पोस्ट के टाइटल में कम से कम (Minimum) 30 Characters और ज्यादा से ज्यादा (Maximum) 60 Characters ही यूज़ करें। या अगर हम words की बात करें तो 8 से 12 words यूज़ कर सकते हैं। एक SEO Responsive Title के लिए ये बेस्ट हैं। 


vi) Use Special Words :-
पोस्ट के टाइटल में स्पेशल वर्ड्स (Special Words) जरूर यूज़ करें। जैसे :- Top, Best, Most, Important, Special, Helpful, etc. ऐसे words से users जल्दी attract होते हैं। 

2)  Post Permalink  

Permalink भी पोस्ट टाइटल कि तरह ही SEO के लिए बहुत जरूरी हैं। आप जब भी पोस्ट लिखे तो उसमे URL मैन्युअली डाले। सभी पोस्ट में पर्मालिंक के लिए आप Targeting और Main Keyword यूज़ करके ऐड करें। जब आप कोई नई पोस्ट लिखते हैं, तो उस पोस्ट का एक Address बनाना होता हैं, जिसकी मदद से viewers हमारे उस पोस्ट तक पहुँच पाएंगे। आसान सब्दों में उस एड्रेस को ही Permalink कहा जाता हैं। Permalink कैसा होना चाहिए? इसे SEO Friendly कैसे बनाये? Permalink के लिए निचे दिए गए Tips आप फॉलो करें। :-




i) Use Targeting Keywords :-
Permalink में आप Main Keyword जरूर यूज़ करें। ऐसा कीवर्ड जो पोस्ट टाइटल में भी हो और पूरे Content में Main हों। जिसके बारे में पूरा पोस्ट लिखा गया हो, उस कीवर्ड को जरूर पर्मालिंक में उसे करें। 


ii) Choose Short Permalink :-
Permalink लिखते समय इस बात का पूरा ध्यान दें, कि पर्मालिंक शोर्ट यानी छोटी हो। जिनता Short Permalink आप use करेंगे उतने ज्यादा chances है, आपके पोस्ट Rank होने का। क्यूंकि ज्यादा लम्बे URL या पर्मालिंक गूगल रैंक नहीं करता। 


iii) Don’t Use Useless Words :-
Permalink में आप कभी भी बेकार के words मत उसे करें। बेकार words मतलब is, on, a, comma(,), bracket, the, are, etc. पर्मालिंक में आप सिर्फ keywords ही यूज़ करें। e.g. – on-page-seo-kya-hai-aur-implement-kaise-karen-post-aur-page-ko-fully-optimize-karne-ke-top-10-tips. इस तरह से पर्मालिंक कभी मत लिखे, ये गलत तरीका हैं। आप इसे ऐसे लिख सकते हैं। – on-page-seo-optimization-tips-hindi.

Use Custom Permalink on your Blog Post
आप चाहे Blogger उसे करते हो या WordPress, Permalink को कभी भी Default मत रहने दें। जब भी आप कोई नई पोस्ट लिखें, तो Permalink जरूर Manually Set करें जिसमे Targeting और Main Keywords ही यूज़ करें। 

3)  Post Meta Tag Description  

Meta Tag Description हर पोस्ट कि SEO के लिए बहुत ज्यादा important होता हैं। पोस्ट कि टाइटल और पर्मालिंक के बार डिस्क्रिप्शन भी एक महत्वपूर्ण factor हैं। अगर आप अपने पोस्ट में मेटा टैग डिस्क्रिप्शन सही तरीके से डालना सीख जाते हैं। तो निश्चित ही आपकी पोस्ट गूगल के टॉप पर रैंक करेगी। Meta Tag Description लिखने के लिए आप इन Tips को Follow करें। :- 


i) Use Post Related Keywords :-
Meta Tag Description लिखते समय आपको ध्यान देना है कि आप सिर्फ ऐसे keywords उसे करें, जो आपके पोस्ट कन्टेन्ट (Post Content) में हो। पोस्ट जिस बारे में हैं, और पोस्ट में आप जो keywords उसे कर रहे हैं, उन्हें ही मेटा टैग डिस्क्रिप्शन में इस्तेमाल करें। 


ii) Use Only User Friendly Words :-
Meta Tag Description में सिर्फ यूजर फ्रेंडली words ही उसे करें। यूजर फ्रेंडली words मतलब ऐसे words जो users, सर्च इंजन में सर्च करते समय ज्यादा उसे करते हैं। 


iii) Use 120 – 160 Characters :-
Meta Tag Description कम से कम 120 और ज्यादा से ज्यादा 160 Characters के होने चाहिए। अगर आप इससे ज्यादा Characters लिखते हैं Meta Tag Description में तो गूगल इसे रैंक नहीं करता। इसलिए हमेशा ध्यान दें, कि Meta Tag Description 120 से 160 Characters तक उसे करें। 

4)  Post Heading & Sub-Heading  

आप अपने ब्लॉग में जब भी पोस्ट लिखे तो उसमे Headings और Sub-Headings जरूर यूज़ करें। और सभी ब्लोग्गर्स अपने पोस्ट में Headings और Sub-Headings यूज़ करते हैं, और आप भी करते होंगे। पर Headings और Sub-Headings कैसे यूज़ करना है? मतलब सही तरीके से कैसे यूज़ करना हैं? ये जानना जरूरी हैं। इसके लिए निचे दिए गए टिप्स को फॉलो कीजिये। :-
i) आप किसी भी Heading को बार बार Repeat मत करें।

ii) H1 Heading अपने पोस्ट में सिर्फ एक बार Title में यूज़ करें। और हर पोस्ट के Title, पहले से H1 Tag में होती हैं।

iii) किसी एक पोस्ट में H2 और H3 Heading को बार बार यूज़ मत करें। अगर आप बार बार repeat करते हैं, तो गूगल ऐसे में आपके उस पोस्ट को ignore करेगा।

iv) H2, H3, H4, और H5 सभी Headings को एक पोस्ट में यूज़ मत करें। पोस्ट को SEO Friendly बनाने के लिए किसी एक Heading को यूज़ करें। 

All HTML Header Tags





5)  Post Image Optimize  

किसी पोस्ट को SEO Friendly बनाने में पोस्ट के Images का भी बड़ा role होता हैं। कोई भी पोस्ट लिखें, तो उसमे कम से कम एक इमेज तो जरूर लगाये। ये बहुत जरूरी हैं। इमेज ऐसा यूज़ करें, जो बिलकुल Clear और लोगों को पसंद आने वाली हो। आपको बता दें, कि गूगल कि नज़र में एक इमेज 2000 Words के बराबर होती हैं। पर इमेज भी वैसी होनी चाहिए। मतलब ये कि इमेज में quality और दम दोनों होनी चाहिए। किसी पोस्ट को SEO फ्रेंडली बनाने के लिए हमें Images कैसे यूज़ करने चाहिए? Image Optimize कैसे करें? निचे बताये गए पॉइंट्स को फॉलो करके आप आसानी से समझ सकते हैं।



i) Image Upload करने से पहले, उसे Rename करें। और इमेज जिस बारे में है, उसका सही नाम लिखें। उसके बाद अपलोड करें।

ii) Image अपलोड करने के बाद , उस इमेज में Title और Alt Tag जरूर ऐड करें।

iii) पोस्ट में सिर्फ जरूरी इमेज ही अपलोड करें, बिना जरूरत के इमेज मत यूज़ करें।

iv) Image कि Quality अच्छी होनी चाहिए। इमेज धुंदली और फटी हुई नहीं होनी चाहिए।

v) इमेज ज्यादा बड़ी साइज़ कि मत यूज़ करें, इससे आपके ब्लॉग कि Loading Speed Slow हो जाएगी। इसलिए हमेशा Image को Optimize जरूर करें।

इमेज कि साइज़ जितनी ज्यादा कम होगी उतना आपकी पोस्ट कि लोडिंग स्पीड फ़ास्ट होगी। ब्लॉग कि लोडिंग स्पीड स्लो होने पर, रैंकिंग ख़राब हो सकती हैं। इसलिए इमेज को ऑप्टिमाइज़ जरूर करें। ब्लॉग कि लोडिंग स्पीड बढ़ने के बारे में, मैंने पहले ही बताया है। Blog Loading Speed Kaise Badhaye? इसपर क्लिक करके आप पढ़ सकते हैं। 

6)  Use Keywords on Post  

किसी भी पोस्ट को सर्च इंजन में रैंक करने के लिए Keywords सबसे ज्यादा जरूरी होती हैं। Keywords के बिना आप किसी भी पोस्ट को रैंक नहीं करा सकते हैं। जब कोई सर्च इंजन में कोई कीवर्ड सर्च करते हैं, और वो कीवर्ड आपके पोस्ट में हैं, तो गूगल आपके पोस्ट को सबसे पहले उस सर्च रिजल्ट में दिखायेगा। 

लेकिन पोस्ट में कीवर्ड यूज़ करने का भी एक तरीका होता हैं। आप कीवर्ड से पूरा पोस्ट नहीं भर सकते। अगर ऐसा करते हैं, तो आपकी पोस्ट रैंक नहीं करेगी। तो सवाल आता हैं कि पोस्ट में Keywords कैसे यूज़ करें। इसके लिए मैंने निचे टिप्स दी हैं। जिसे आप फॉलो करके आसानी से अपने पोस्ट को टॉप पर रैंक करा सकते हैं। 

i) पोस्ट में 2% से 3% Keywords यूज़ करें। मतलब ये कि अगर 1000 words कि पोस्ट हैं, तो 20 से 30 बार आप कीवर्ड यूज़ कर सकते हैं।

ii) Keywords पोस्ट के First और Last Paragraph में ज्यादा यूज़ करें।

iii) Image कि तरह ही Keywords भी पोस्ट से Related होने चाहिए।

iv) Main Keywords को Highlight, Bold, Italic और Underline करें।

v) सर्च इंजन में अच्छी रैंक पाने के लिए पोस्ट में ज्यादा keywords होने जरूरी हैं। और ज्यादा keywords के लिए पोस्ट में content ज्यादा होना जरूरी हैं।

vi) हम पोस्ट में 2% से ज्यादा keywords यूज़ नहीं कर सकते, इसलिए मैं आपको suggest करूँगा कि पोस्ट कम से कम 1000 words कि जरूर लिखे। और अगर इससे ज्यादा लिख सकते हैं तो बहुत अच्छी बात हैं।

7)  Use Internal & External Links  

पोस्ट में Internal और External Links को यूज़ करना SEO के लिए बहुत अच्छा होता हैं। इससे Ranking अच्छी होती हैं। पोस्ट कन्टेन्ट में अपने पुराने पोस्ट कि लिन्क और किसी दुसरे साईट कि लिन्क ऐड करना, SEO के लिए अच्छा माना जाता हैं। अगर आप अपने नए पोस्ट में पुराने पोस्ट कि लिन्क भी ऐड करते हैं, तो इससे आपके ब्लॉग कि ट्रैफिक बढती हैं। और बाउंस रेट कम होता हैं। जो SEO के लिए अच्छा होता हैं। 



Internal Links :- Internal Linking मतलब अपने नए पोस्ट में, अपने ही ब्लॉग कि पुरानी पोस्ट का लिन्क ऐड करना होता हैं। नए पोस्ट में पुराने पोस्ट का लिन्क ऐड करना बहुत आसान हैं। ऐसा करने से आपके ब्लॉग पर visitors ज्यादा समय तक रुकेंगे। और इससे आपके ब्लॉग कि Bounce Rate कम होगा। ये SEO के लिए बढ़िया है। साथ ही ऐसा करने से आपके ब्लॉग कि Ranking अच्छी होगी। लेकिन ध्यान रहे कि पोस्ट से related पोस्ट के लिन्क ही ऐड करें। जैसे :- अगर आप Social Media कि पोस्ट लिख रहे हैं, तो अपने पुराने Social Media पोस्ट कि लिन्क ऐड कर सकते हैं। 
External Links :- External Linking मतलब अपने नए पोस्ट में किसी दुसरे कि वेबसाइट का लिन्क ऐड करना। e.g. – अगर आप Godaddy के बारे में पोस्ट लिख रहे हैं, तो अपने इस पोस्ट में Godaddy का लिन्क ऐड कर सकते हैं। इससे आपके ब्लॉग कि रैंकिंग अच्छी होगी। पर कभी भी किसी बाद quality वेबसाइट का लिन्क अपने ब्लॉग में मत ऐड कीजिये। इससे आपके ब्लॉग कि रैंकिंग ख़राब हो सकती हैं। 

8)  Post Content Quality  

Post Content Quality सबसे ज्यादा matter करती हैं SEO के लिए। आप ने जो पोस्ट लिखी हैं उसकी Content कैसी हैं। इन्टरनेट पर इसकी कितनी मांग हैं। मतलब कितने लोग इसको देखना चाहते हैं। आपने जो content लिखा है वो लोगों को पसंद आएगा भी या नहीं। अपने पोस्ट में आपने कैसी जानकारी लोगो को दी है। 
अगर आप किसी एसी टॉपिक पर पोस्ट लिख रहे हैं, जो इन्टरनेट पर पहले से बहुत सारी लिखी हुई हैं। ऐसे में आपको ज्यादा ट्रैफिक मिलने कि संभावना नहीं होगी। इसलिए ऐसे टॉपिक पर पोस्ट लिखे जो इन्टरनेट पर पहले से ना हो या कम हो। इससे आपके पोस्ट तुरंत रैंक करेंगे जिससे ट्रैफिक भी बढ़ेगी। 
आप जिस भी टॉपिक पर पोस्ट लिखे, यूज़ कहीं से कॉपी मत करें। अगर आप किसी दुसरे कि पोस्ट से कन्टेन्ट कॉपी करते हैं, तो आपकी पोस्ट कभी रैंक नहीं करेगी। और ऐसा करना गलत भी होगा , इसलिए जो भी content लिखें खुद से टाइप करके लिखें। और दुसरो से अच्छा लिखें। दुसरो से ज्यादा information शेयर करें। इससे आपकी हर पोस्ट तुरंत रैंक करेगी। 

9)  Increase Site Loading Speed  

आपको बता दें कि गूगल हमारी साईट कि एक एक चीज चेक करता हैं, उसके बाद ही Index करता हैं। तो ऐसे में अगर हमारे ब्लॉग कि Loading Speed Fast होगी तो गूगल हमारे ब्लॉग को रैंक करेगा। इसके अलावा अगर आपके ब्लॉग कि लोडिंग स्पीड स्लो हैं, तो गूगल आपके ब्लॉग को ignore कर दुसरे के ब्लॉग को रैंक कर देगा। 
अपने ब्लॉग कि लोडिंग स्पीड बढाने के लिए आप अपने ब्लॉग पर फ़ास्ट लोडिंग theme और SEO responsive theme या टेम्पलेट यूज़ करें। और ब्लॉग के homepage पर कम से कम item show कराये। और साथ ही अलग से कोई भी बेकार के widget यूज़ मत करें। 
अपने ब्लॉग के homepage में आप 5 से 7 पोस्ट ही show कराये। इसके अलावा sidebar में भी सिर्फ काम के widget ही यूज़ करें। इससे आपके ब्लॉग कि साइज़ कम होगी और Loading Speed बढ़ जाएगी। इसके अलावा Blog कि Loading Speed कैसे बढ़ाये? पर मैंने पहले ही एक पोस्ट में बताया हैं। आप पढ़ सकते हैं। 

10)  Post Content Length  

अगर पोस्ट कन्टेन्ट कि length कि बात करें, तो मैं अपने ब्लॉग पर सभी पोस्ट minimum 1000 words के लिखता हूँ। अगर कोई कहता हैं कि 200 या 400 words के पोस्ट लिखने से, वो सर्च इंजन में रैंक करता हैं, तो मैं ये बिलकुल नहीं मानूंगा। आप कोई भी टॉपिक कि पोस्ट लिखेंगे, तो उसमे full information देने पर automatic 1000 words cross हो जायेगा। अगर कोई short टॉपिक हैं, तो भी कम से कम 700 words तो लिखें ही लिखें। 
अगर इससे कम words का पोस्ट लिखते हैं, तो आपका पोस्ट सर्च इंजन में रैंक नहीं करेगा। सभी सर्च इंजन चाहते हैं, की हम जिस भी टॉपिक पर पोस्ट लिखें उसके बारे में पूरी जानकारी दें। जैसे अगर आप DMCA के बारे में लिखते हैं तो उस पोस्ट में DMCA की full information होनी चाहिए। इस प्रकार जब आप किसी भी टॉपिक की full information readers को देते हैं तो उस पोस्ट की length आटोमेटिक 1000+ हो जाती हैं।


Conclusion

तो दोस्तों ये थे On Page SEO के बारे में पूरी जानकारी। On Page SEO क्या हैं? On Page SEO कैसे करें? टॉप 10 टिप्स। अगर आप इन टिप्स को फॉलो करते हैं, तो आप अपने ब्लॉग के सभी पोस्ट और पेज को आसानी से Optimize और Rank करा पाएंगे। उम्मीद करता हूँ की आपको पोस्ट पसंद आई होगी। और मेरे बताये गए सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी। अगर आपके मन में अभी भी कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है। पोस्ट पसंद आई हो तो प्लीज इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें। इसके अलावा THG को Follow करके सभी नए पोस्ट की जानकारी लगातार प्राप्त कर सकते है। 

 Thanks / धन्यवाद 


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