मल्टीमीडिया क्या हैं? What is Multimedia? मल्टीमीडिया की पूरी जानकारी

हेलो दोस्तों, What is Multimedia? मल्टीमीडिया क्या हैं? मल्टीमीडिया के प्रकार? मल्टीमीडिया के फायदे? मल्टीमीडिया के उपयोग? आज हम इस पोस्ट में मल्टीमीडिया के बारे में सीखेंगे। आप कंप्यूटर, मोबाइल, टेलीविजन जैसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल तो करते ही होंगे। लेकिन क्या आपको पता हैं, मल्टीमीडिया क्या हैं? मल्टीमीडिया की परिभाषा क्या है?
मल्टीमीडिया क्या हैं? What is Multimedia? मल्टीमीडिया की पूरी जानकारी
अगर आप एक स्टूडेंट हैं या किसी कॉम्पटीशन कि तैयारी कर रहे हैं, तो आपको मल्टीमीडिया के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी हैं। मल्टीमीडिया का इस्तेमाल केवल कंप्यूटर में ही नहीं बल्कि, मोबाइल, टेलीविजन जैसी हर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में किया जा सकता है। तो चलिए सीख लेते हैं, मल्टीमीडिया के बारे में पूरी जानकारी।

मल्टीमीडिया क्या है? (What is Multimedia?)

मल्टीमीडिया, अंग्रेजी के “Multi” और “Media” शब्दों से मिलकर बना है। “Multi” शब्द का अर्थ होता है “बहु” यानी कई सारे, और “Media” का अर्थ होता है “माध्यम”। अगर आसान सब्दों में समझे तो, मल्टीमीडिया एक माध्यम होता है जिसके द्वारा विभिन्न प्रकार की जानकारी को कई प्रकार के माध्यम जैसे – वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट, इमेज, एनिमेशन, ग्राफिक्स, आदि का संयोजन (Combine) करके उपयोगकर्ता (Users) तक पहुंचाया जाता हैं।

किसी भी सूचना को किसी माध्यम द्वारा ही प्रस्तुत किया जा सकता है। जिस सूचना को प्रस्तुत करने के लिए एक साथ एक से अधिक माध्यम का प्रयोग किया जाता है, उसे मल्टीमीडिया कहा जाता है। मल्टीमीडिया कंप्यूटर और यूजर्स के बीच दो तरफा संवाद (Two Way Communication) स्थापित करता है। मल्टीमीडिया के अंतर्गत जानकारी या सूचनाओं को टेक्स्ट, इमेजेस, वीडियो, ऑडियो, एनिमेशन, ग्राफिक्स, इत्यादि के माध्यम से प्रस्तुत किया जा सकता है।

समय के साथ साथ मल्टीमीडिया क्षेत्र में भी काफी सुधार हुई हैं। पहले कंप्यूटर के माध्यम से केवल स्थिर फोटोस या इमेजेस को ही send या transfer किया जा सकता था, पर आज हम हर प्रकार की मीडिया जैसे – वीडियो, ऑडियो, इमेजेस, टेक्स्ट, एनिमेशन, ग्राफिक्स, आदि को आसानी से कहीं पर भी send या transfer कर सकते हैं।

मल्टीमीडिया की परिभाषा? (Definition of Multimedia?)

मल्टीमीडिया कई सारे तत्वों (Elements) जैसे – Video, Audio, Images, Sound, Animation, Art, Etc. का समूह होता है। सभी तत्वों को किसी कंप्यूटर या किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के माध्यम से उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाया जाता है।मल्टीमीडिया दो शब्दों “मल्टी” और “मीडियम” से मिलकर बना है। इसमें सभी प्रकार के मीडिया जैसे – टेक्स्ट, इमेज, वीडियो, ऑडियो, आदि शामिल हैं। इसमें सभी जानकारी या सूचना को Digitally प्रोसेस किया जाता हैं।
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मल्टीमीडिया के तत्व (Elements of Multimedia)

मल्टीमीडिया के निम्न तत्व होते हैं :

1) टेक्स्ट (Text)
टेक्स्ट अक्षर (Letters), अंक (Numbers), और विशेष चिन्हों (Special Characters) के माध्यम से सूचना को प्रस्तुत करते हैं। टेक्स्ट को ग्राफिक्स, चित्र, आवाज़, एनिमेशन या वीडियो के साथ जोड़ा जा सकता है। टेक्स्ट को अलग-अलग रंग (Colour), फ़ॉन्ट्स (Fonts), तथा त्री-आयामी प्रभाव (3 Dimensional Effects) द्वारा और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।

2) चित्र या लेखाचित्र (Pictures & Graphics)
मल्टीमीडिया में चित्र या लेखाचित्र का भी प्रयोग किया जाता है। कंप्यूटर में इसे डिजिटल डाटा के रूप में स्टोर किया जाता है। इसे स्टोर करने के लिए कुछ प्रचलित सॉफ्टवेयर है –

 GIF (graphical interchange format)

यह इमेज का एक फॉर्मेट होता है, GIF इमेजेस एनिमेटेड फोटोस होती है। इसमें 8 bit कलर इमेज का प्रयोग होता है।

 JPEG (joint photographic expert group)

JPEG भी फोटो की एक एक्सटेंशन फॉरमैट होती है। इसमें 24 bit कलर इमेज का प्रयोग किया जाता है। 24 बिट कलर True Colour कहलाता है।

 बिटमैप ग्राफिक्स (Bitmap Graphics)

बिटमैप ग्राफिक्स में चित्र या लेखाचित्र को bits और pixel में विभाजित करके कंप्यूटर पर स्टोर किया जाता है। Scanner तथा डिजिटल कैमरा के के फोटोस Bitmap Graphics में स्टोर किए जाते हैं। कुछ प्रचलित बिटमैप ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर है – Adobe Photoshop, Corel Draw, 3D Studio, Etc.

 वेक्टर ग्राफिक्स (Vector Graphics)

वेक्टर ग्राफिक्स में चित्र या लेखाचित्र बनाने के लिए गणितीय अक्ष (Mathematical Axis) का प्रयोग किया जाता हैं। इससे ग्राफिक्स में बार बार परिवर्तन करना आसान होता है। इसका उपयोग कार्टून बनाने तथा एनिमेशन में किया जाता है।
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3) ध्वनि (Audio)
वे ध्वनि तरंगें जिन्हें हम सुन सकते हैं, Audio या आवाज कहलाते हैं। ऑडियो मल्टीमीडिया का अभिन्न अंग है। ऑडियो संकेतों का Frequency Range 200 Hz से 3200 Hz तक होता है जबकि मनुष्य 20 Hz से 20 किलो Hz Frequency की ध्वनि सुं सकता है। ऑडियो एनालॉग सकेत होता है। इसे Microphone द्वारा विद्युत तरंगों (Electronic Signals) में बदला जाता हैं।

इन इलेक्ट्रॉनिक सिगनल्स को डिजिटल डाटा में बदलकर कंप्यूटर में स्टोर किया जाता है। इस डिजिटल ऑडियो को सुनने के लिए इन्हें विद्युत तरंगों में बदला जाता है। स्पीकर या हेडफोन इन विद्युत तरंगों को एनालॉग ध्वनि तरंगों में बदलते हैं जिसे हमारे काम सुन पाते हैं। कंप्यूटर द्वारा Artificial Digital Audio Data तैयार किया जा सकता है जिसे हम स्पीकर या हेडफोन के जरिए सुन सकते हैं। इसके लिए कंप्यूटर में Sound Card हार्डवेयर का होना जरूरी है। मल्टीमीडिया कंप्यूटर ऑडियो डाटा उत्पन्न करने, उन्हें रिकॉर्ड करने तथा Play करने में सक्षम होता है। कुछ प्रचलित ऑडियो फाइल फॉरमैट है :

MPEG – Motion Picture Expert Group Audio
 MP3 – MPEG Audio Layer 3
 WAV – Waveform Audio File Format
 MIDI – Musical Instrument Digital Interface, Etc.

4) वीडियो (Video)

मल्टीमीडिया कंप्यूटर वीडियो चित्र की श्रृंखला रिकॉर्ड, एडिट (Edit), स्टोर तथा प्ले (Play) कर सकता है जिसे कंप्यूटर मॉनिटर पर देखा जा सकता है। इसके लिए वीडियो कार्ड हार्डवेयर का होना जरूरी है। आजकल मल्टीमीडिया कंप्यूटर का उपयोग मनोरंजन के क्षेत्र में वीडियो रिकॉर्ड करने, वीडियो चित्र देखने तथा वीडियो गेम आदि में किया जा रहा है।

5) स्ट्रीमिंग (Streaming)

ऑडियो या वीडियो डाटा की फाइल काफी मेमोरी घेरती है तथा इंटरनेट पर इसके स्थानांतरण (Download) होने में काफी समय लगता है। और डाउनलोड ऑडियो या वीडियो डाटा का इस्तेमाल हम तभी कर सकते हैं जब फाइल को पूरी तरह डाउनलोड कर दिया गया हो। इस समस्या के समाधान के लिए Streaming तकनीक का प्रयोग किया जाता है।

इस तकनीक द्वारा ऑडियो/वीडियो फाइल को कंप्रेस (Compress) कर दिया जाता है जिससे वह कम स्थान घेरती है। इसके अलावा, फाइल को तुरंत ही चालू यानी कि Play कर दिया जाता है। जब फाइल प्ले हो रही हो, उसी दौरान फाइल के बाकी हिस्से भी डाउनलोड होते रहते हैं। इस प्रकार, फाइल का प्रयोग करने के लिए पूरी फाइल के डाउनलोड होने तक का इंतजार नहीं करना पड़ता है। इसे Streaming कहते है। YouTube Video Streaming, इसका एक सबसे प्रचलित उदाहरण है।
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6) एनीमेशन (Animation)

स्थिर लेखाचित्र (Still Graphic Images) का समूह जिसे एक के बाद एक लगातार इस तरह दिखाया जाता है कि चित्र में गति का आभास हो, एनिमेशन (Animation) कहलाता है। एनिमेशन में चित्रों की एक श्रृंखला होती है जिसमें प्रत्येक चित्र को एक निश्चित समयांतराल (Interval) के बाद अगले चित्र से प्रतिस्थापित कर दिया जाता है ताकि चित्र गतिमान दिखाई पड़े।

इसके लिए 1 सेकंड में कम से कम 25 से 30 क्रमबद्ध चित्र दिखाना पड़ता है। एनिमेशन का उपयोग विज्ञापन, कार्टून, फिल्म, वीडियो गेम, सिनेमा तथा वर्चुअल रियलिटी आदि में किया जा रहा है। एनिमेशन का प्रयोग सामान्य रूप से उन प्रभावों को दर्शाने के लिए भी किया जाता है जहां वीडियोग्राफी संभव नहीं है। एनिमेशन के लिए 3D Studio, Animator Studio, Adobe Photoshop आदि सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है।

7) मल्टीमीडिया किओस्क (Multimedia Kiosk)

Kiosk एक इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया कंप्यूटर है। इसमें कंप्यूटर स्क्रीन पर स्थित Graphical User Interface (GUI) वाले आइकन को अंगुलियों से छूकर संग्रहित सूचना प्राप्त की जा सकती है। इसमें सूचना को टेक्स्ट, इमेज, एनीमेशन, साउंड या वीडियो या इनके सम्मिलित रूप में प्रकट किया जा सकता है। कियोस्क का उपयोग सार्वजनिक स्थानों जैसे – रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, अस्पताल, पर्यटन स्थल, होटल आदि पर उपयोगी जानकारी देने के लिए किया जाता है।

मल्टीमीडिया का महत्व (Importance of Multimedia)

आज के मॉडर्न और डिजिटल युग में मल्टीमीडिया का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है। मल्टीमीडिया की मदद से हम किसी भी जानकारी या सूचना को आसानी से किसी भी मीडिया जैसे – वीडियो, इमेजेस, ऑडियो, टेक्स्ट, एनिमेशन, आदि के जरिए प्राप्त कर सकते हैं। मल्टीमीडिया के जरिए ही, किसी भी सूचना को कहीं भी तुरंत send या transfer किया जा सकता है। संचार (Communication) का यह सबसे बढ़िया और आसान जरिया हैं, इसमें communicate करने के कई सारे साधन उपलब्ध हैं।
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मल्टीमीडिया के प्रकार (Types of Multimedia)

☆ Television

टेलीविजन के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे, आजकल सभी के घर पर टीवी होता हैं। टेलीविजन भी एक मल्टीमीडिया डिवाइस होता है। इसमें मल्टीमीडिया का भरपूर उपयोग होता है। इसमें मल्टीमीडिया के द्वारा ही सभी फिल्मों और नाटकों को बहुत ही अच्छी तरह से दर्शाया जाता है। इसमें ग्राफिक्स और एनिमेशन का प्रयोग किया जाता हैं।

 Storage Devices

सभी प्रकार के स्टोरेज डिवाइस भी मल्टीमीडिया उपकरण में शामिल हैं। स्टोरेज डिवाइसेज में हम वीडियोस, ऑडियो, इमेजेस, टेक्स्ट, ग्राफिक्स, एनिमेशन, इत्यादि प्रकार की फाइलों को स्टोर कर सकते हैं, इस प्रकार स्टोरेज डिवाइस भी मल्टीमीडिया के प्रकार में शामिल होता है। स्टोरेज डिवाइसेज के उदाहरण – Hard Disk, Pen Drive, DVD, CD ROM, Etc.

 Computer System

कंप्यूटर सिस्टम एक ऐसा डिवाइस या मशीन हैं जहां से हम एनिमेशन, वीडियो, इमेजेस, ऑडियो, आदि को बना भी सकते हैं, और उसमे edit भी कर सकते हैं। सभी ग्राफिक डाटा, एनिमेशन, इत्यादि कंप्यूटर के जरिए ही बनाए जाते हैं। कंप्यूटर एक मल्टीमीडिया डिवाइस हैं, यह सायद किसी को बताने की जरूरत नहीं है। कंप्यूटर सिस्टम के उदाहरण – Desktop, Laptop, Workstation, Smartphones, Tablets, Etc.

 Kiosk System

Kiosk, एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है, जिसके स्क्रीन में touch करके किसी जानकारी को प्राप्त किया जाता हैं। इसमें कंप्यूटर स्क्रीन पर स्थित Graphical User Interface (GUI) वाले आइकन को अंगुलियों से छूकर संग्रहित सूचना प्राप्त की जा सकती है। इसमें सूचना को टेक्स्ट, इमेज, एनीमेशन, साउंड या वीडियो या इनके सम्मिलित रूप में प्रकट किया जा सकता है।
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Requirements of Multimedia Computer System

 एक कंप्यूटर
 कम से कम 512 MB क्षमता  की मुख्या मेमोरी (RAM)
 विडियो कार्ड (Video Card)
 ऑडियो कार्ड (Audio Card)
 स्पीकर (Speaker)
 CD ROM या DVD Drive
 MPEG Card
 मल्टीमीडिया सॉफ्टवेर
 माइक (Mic)
 वेब कैमरा (Web Cam), इत्यादि।

मल्टीमीडिया के उपयोग (Uses of Multimedia)

 शिक्षा को रोचक और इंटरएक्टिव बनाने के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है। Virtual Class तथा e-learning में मल्टीमीडिया का प्रयोग किया जा रहा है।
 फिल्म देखने, वीडियो गेम खेलने, एनिमेशन तथा कार्टून फिल्म के निर्माण में मल्टीमीडिया का प्रयोग किया जाता है।
 मल्टीमीडिया का उपयोग खेल, कला, ड्राइविंग जैसे अनेक क्षेत्रों में प्रशिक्षण (Training) के लिए किया जाता है।
 व्यापार के क्षेत्र में आकर्षक विज्ञापन तैयार करने में।
 Virtual Reality के निर्माण में।
 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) में।
 मल्टीमीडिया किओस्क (Multimedia Kiosk) द्वारा सूचना प्रदान करने में।
 फिल्मों में स्पेशल इफेक्ट्स डालने के लिए।
 किसी सूचना को बेहतर व प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करके लोगों तक पहुंचाने के लिए।

मल्टीमीडिया के फायदे (Advantages of Multimedia)

 मल्टीमीडिया, संचार (Communication) का एक सबसे बेहतर साधन माना जाता है।
 इसके जरिए High Quality के Presentation प्रस्तुत या provide किया जा सकता है।
 मल्टीमीडिया के जरिए किसी भी विषय के बारे में सीखने की प्रभावशीलता में वृद्धि होती हैं।
 यह प्रशिक्षण की लागत (Training Cost) को कम करता है।
 इसका इस्तेमाल Wide Variety of Audience के रूप में किया जा सकता है।
 इसका मनोरंजन और शैक्षिक क्षेत्र में काफी ज्यादा योगदान रहता है।
 यह Multi – Sensorial होता है। मतलब यह कि यूजर्स इसमें कंटेंट को देखने, पढ़ने या सुनने के लिए सभी Senses का इस्तेमाल करते हैं।
 यह पूरी तरह से User Friendly होते हैं।
 यह बहुत ही Flexible होता है। इसमें मीडिया को आसानी से बदला जा सकता है।
 यह System Portability प्रदान करता है।
 यह इस्तेमाल में बहुत ही ज्यादा आसान होता है।
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मल्टीमीडिया के नुकसान (Disadvantages Of Multimedia)

 इसके लिए विशेष हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
 संकलन (Compile) होने में समय लेता है।
 मल्टीमीडिया का यूजर्स द्वारा कई बार Misuse भी किया जाता है।
 कई बार इसमें बहुत ज्यादा जानकारी होने के कारण Information Overload हो जाता है।
 मल्टीमीडिया में कई बार बहुत सारे Resources की जरूरत पड़ती है, इसे में यह काफी ज्यादा Expensive भी हो सकता है।
 हर डिवाइसेज में मल्टीमीडिया के सभी फाइल्स सही तरीके से सपोर्ट नहीं करता है, इसलिए इसमें Compatibility की Problem अक्सर देखने को मिलती हैं।
 इसे Configure करने भी आसान नहीं होता है।
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तो दोस्तों, अब आप मल्टीमीडिया के बारे में सभी कुछ जान गए होंगे। Multimedia क्या हैं? मल्टीमीडिया के प्रकार? इसकी परिभाषा? इसके फायदे और नुकसान? मल्टीमीडिया का महत्त्व? इसका विकास? इत्यादि।  उम्मीद करता हूँ की आपको पोस्ट पसंद आई होगी। और मेरे बताये गए सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी। अगर आपके मन में अभी भी कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है। पोस्ट पसंद आई हो तो प्लीज इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें। इसके अलावा THG को Follow करके सभी नए पोस्ट की जानकारी लगातार प्राप्त कर सकते है। 
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