Slow WordPress Site और Core Web Vitals को कैसे Fix करें | How To Fix a Slow WordPress Site And Pass Core Web Vitals | Top 5 Ways – 2022

आज हम इस आर्टिकल में आपको Slow WordPress Site और Core Web Vitals Error को Fix करने का तरीका बताएंगे। यहां हम आपको 2022 की टॉप 5 बेस्ट तरीके बता रहे है, जिनको अप्लाई करके आप आसानी से अपने वर्डप्रेस साइट की स्पीड को बढ़ा सकते है, और कोर वेब वाइटल error को भी फिक्स कर सकते है। 
Ways To Fix A Slow WordPress Site: आपकी वेबसाइट की Speed किसी भी User पर आपका पहला प्रभाव डालता है। और, जैसा कि आप जानते हैं, First Impression Is Last Impression, यानि की शुरू में ही आपकी वेबसाइट धीरे खुलेगी तो यूजर को आपकी वेबसाइट पर मज़ा नहीं आयेगा। जिसके कारण यूजर आपकी वेबसाइट को छोड़कर चला जायेगा, और वो दोबारा आपनी साईट पर विजिट करना पसंद नहीं करेगा। 
Slow WordPress Site और Core Web Vitals को कैसे Fix करें | How To Fix a Slow WordPress Site And Pass Core Web Vitals
वेबसाइट की स्पीड, यूजर के अनुभव और सर्च इंजन पर रैंकिंग को प्रभावित करती है। क्योंकि जब वेबसाइट लोड होने में 3 सेकंड से अधिक समय लेती है तो विज़िटर एसी साइट को लगातार छोड़कर चले जाते हैं। जिससे उस वेबसाइट का Bounce Rate बढ़ता है। 
SEO की नजर से, Website की स्पीड Google Core Web Vitals पर आधारित है। Ways To Fix A Slow WordPress Site आर्टिकल में, हम आपको बताएँगे की Core Web Vitals क्या होता है, और यह Core Web Vitals update ब्लॉगर और Website की Speed को किस प्रकार प्रभावित करती है। 

आपकी वेबसाइट की Speed क्यों मायने रखती है?

सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि किसी को भी ऐसी वेबसाइट पसंद नहीं है जो धीमी हो। यहाँ हम कुछ महत्वपूर्ण कारण बता रहे है कि वेबसाइट की गति (स्पीड) क्यों मायने रखती है: 

1. High Speed ये सुनिश्चित करता है की यूजर का  Experience बेहतर रहे

हम सभी ने पुरानी कहावत सुनी है “पहला प्रभाव अंतिम प्रभाव होता है।” और यही विशेष अवधारणा वेबसाइटों पर भी लागू होती है। 
जैसा कि पहले बताया गया है, जब कोई User पहली बार वेबसाइट खोलता है, तो वे उम्मीद करते हैं कि यह जल्दी से लोड हो जाए (3 सेकंड के भीतर)। ध्यान रखें कि वेबसाइट के लिए पहला प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। वेबसाइट की स्पीड ही ये तय करती है की यूजर आपकी वेबसाइट को किस नजरिये से देखेगा। 
 
एक High Speed वाली वेबसाइट को अधिक विश्वसनीय और प्रोफेशनल मानने की मानवीय प्रवृत्ति है। इसके विपरीत, एक धीमी वेबसाइट ज्यादातर Users के लिए कष्टदायी होती है।
वेबसाइट तुरंत ना खुलने पर अधिकांश यूजर तुरंत बाउंस करते हैं यानी साईट से बाहर निकाल जाते है, और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दूसरी साईट, जिसकी लोडिंग स्पीड फ़ास्ट हो, उन पर जाना पसंद करते हैं। इससे स्लो लोडिंग वाली वेबसाइट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Kissmetrics द्वारा किए गए शोध से यह भी पता चलता है कि 40% लोग किसी साइट को पूरी तरह से छोड़ देते हैं यदि उसे लोड होने में तीन सेकंड से अधिक समय लगता है। इसलिए Website की speed बहुत मायने रखती है। 

2. Speed किसी वेबसाइट की SEO रैंकिंग को प्रभावित करती है

Google ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वेब पर प्रत्येक वेबसाइट के लिए स्पीड सबसे अधिक मायने रखती है। Matt Cutts (Google के वेब स्पैम के पूर्व प्रमुख) ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि Google High Speed Loading को एक Positive रैंकिंग Factor मानता है।
हालाँकि, Google ने यह भी स्पष्ट किया है कि वेब पेजों की स्पीड बढ़ाने के लिए वेबसाइट के कंटेंट की गुणवत्ता या Relevancy के साथ समझौता नहीं करना चाहिए।
इस प्रकार, वेबसाइटों को गूगल पर अच्छी रैंकिंग देने के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वेब पेज तेजी से लोड होने के लिए अच्छी तरह अनुकुल हो। क्योंकि उच्च रैंकिंग से Organic Traffic में वृद्धि होती है, जो वेबसाइट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

3. Speed, Conversions को प्रभावित करती है

ध्यान रखें कि Google Slow page load speed वाली वेबसाइटों को दंडित भी करता है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि पेज स्पीड धीमी होने के कारण यूजर ऐसी साइटों पर वापस आना बंद कर देंगे। इससे यदि आपकी E-Commerce साईट है और आप कुछ Sale कर रहे हैं तो आपका Conversions कम हो जाएगा। 
उदाहरण के लिए, यदि कोई E-Commerce साईट प्रतिदिन $60,000 कमाती है, तो यदि आपकी वेबसाइट एक सेकंड की देरी से खुलती है तो संभावित रूप से हर साल लगभग 1.28 मिलियन डॉलर की आय का नुकसान हो सकता है।

Core Web Vitals Update क्या हैं?

Google के Core Web Vitals, Update Usability Matrix का एक ऐसा समूह है जो वेबसाइटों के ऊपर आने वाले यूजर के अनुभवों को मापता है। ये Usability Metrics, साईट लोड होने के समय साइट पर Page Load Speed, Users Interactions, और वेब पेजों पर Content किस तरह से दिख रही, जैसी चीजों को Track करते हैं।
गूगल अब एक नया अपडेट लांच कर रहा है, Page Experience Update – जिसमें गूगल सर्च रैंकिंग में पेज एक्सपीरियंस रैंकिंग Signal शामिल होंगे। ये Signal मापते हैं कि वेब पेज पर यूजर का अनुभव कैसा रहा। आपके पेज अनुभव का एक महत्वपूर्ण पहलू पेज स्पीड है – जब कोई यूजर किसी पेज पर किसी लिंक पर क्लिक करता है, तो पेज लोड होने में कितना समय लगता है?
70/100 पेज स्पीड स्कोर ठीक माना जाता है, लेकिन गूगल के अनुसार आपको 90/100 तक Page Speed रखना चाहिए। इसलिए हम आपको जल्द से जल्द साइट की गति में सुधार करने का सुझाव देते हैं। इसलिए आप जल्द से जल्द अपने पेज की स्पीड सुधार लें। जिससे आपकी साईट की ट्रैफिक बढ़ते रहें।

Google के मुख्य Core Web Vitals के लिए तीन रैंकिंग Factors हैं:

Largest Contentful Paint (LCP) : पेज कितनी तेजी से लोड होता है? यह, आपके वेब इमेज, वीडियो और Text पर निर्भर करता है। Page Load समय आपके Server Time, आपके CMS और JavaScript से भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए पेज स्पीड को ठीक करने के लिए Heavy Image, वीडियोस आदि अपलोड करने से बचें। 
Cumulative Layout Shift (CLS) : इन्टरनेट पर किसी साईट का पेज कितनी जल्दी Stabilize हो जाता है? क्या आपने कभी अपने मोबाइल फोन पर किसी साईट पर विजिट करते समय पेज के लोड होने का इंतजार किया है, एक बटन पर क्लिक करते है, और आखिरी सेकंड में, यह नेक्स्ट पेज में Shift हो जाता है, और अगले स्टेप में आप कुछ दूसरी चीजे क्लिक करते हैं? इस Activity से Google CLS मापता है।
First Input Delay (FID) : FID से पता चलता है की कोई पेज कितनी जल्दी प्रतिक्रिया करता है, जब यूजर उस पर कुछ क्लिक करता है ? जैसे जब कोई यूजर, किसी ईवेंट के बटन या लिंक पर क्लिक करता है, तो ब्राउज़र उस इनपुट या निर्देश को कितनी तेज़ी से संसाधित करके परिणाम उत्पन्न कर सकता है?

इन अपडेट का ब्लॉगर्स पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

यह Update कुछ मानदंडों के आधार पर मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों के लिए सभी नियमित Search Result को प्रभावित करेगा। 
Bloggers को बहुत अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि गूगल अभी भी मुख्य रूप से सर्वोत्तम जानकारी और Content देने वाले वेबसाइट को प्राथमिकता देगा – भले ही आपके ब्लॉग पर page Experience में कुछ कमी हो। 
हालाँकि, Page Experience से आपकी रैंकिंग अच्छी होगी क्योंकि यह साईट पर Users के अनुभव को बेहतर बनाएगा। एक बेहतर Users अनुभव का मतलब है की आपकी वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से विजिटर की संख्या बढ़ेगी। 

Slow WordPress Site और Core Web Vitals को सुधारने के 5 तरीके:

ऊपर मैंने Core Web Vitals के बारे में समझाया है। उम्मीद है कि अब आपको समझ आ गया होगा की  WordPress Site Slow होने के क्या कारण हैं? धीमी वर्डप्रेस साईट की स्पीड बढ़ाने के लिए Core Web Vitals को ठीक करना बेहद जरूरी है।
तो चलिए Core Web Vitals को सुधारने के तरीके जानते हैं:

अपने Hosting Server का Response Time सुधारें

आपका Server जितनी तेजी से अनुरोधों का जवाब देता है, उतना ही अच्छा है। जब Server तेजी से प्रतिक्रिया  देता है तो Site Matrix में बहुत सुधार होता है। 
इसके विपरीत Complex Layout वाली Website में जब यूजर, सर्वर को Request भेजता है तो सर्वर उस साईट की जटिल JavaScript और फाइल को पढ़ने में समय लेता है, इसके बाद Response करता है। इसलिए वेबसाइट का Layout Complex नहीं रखना चाहिए। 
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आपके Server के Response में कई चीजे भूमिका निभाती हैं। जिसमें आपकी Hosting Service मुख्य भूमिका निभाती है। तो सबसे पहले, अपने होस्टिंग प्लान को अपग्रेड करें। बहुत से Cheap Web Hosting Service है जहाँ आपको बेहतरीन Server Response देखने को मिलता है। 
यदि आपकी वेबसाइट पर ट्राफिक अधिक है या E-Commerce साईट है तो अपना Plan Cheap VPS Hosting के साथ अपग्रेड कर लें।
इसके अलावा, Server कैसे सेट किया गया है, आपकी होस्टिंग Update PHP WordPress का उपयोग कर रही है या नहीं, आप हार्डवेयर में SSD प्रयोग कर रहे या SATA ये सब भी जाँच करें।

JavaScript (JS) Execution को कम करें

अगर आपकी स्पीड टेस्ट रिपोर्ट (FID) खराब स्कोर दिखाती है, तो इसका मतलब है कि आपका पेज 300 मिलीसेकंड से अधिक समय लेता है यूजर के सामने खुलने में। इसके लिए आपको अपने JavaScript Execution को कम करके अनुकूलित बनाना चाहिए। 
जितना हो सके उतनी कम मेमोरी का उपयोग करना भी जरूरी है। क्योंकि जब भी आपकी साइट का कोड ब्राउज़र को Request करता है, तो यह एक नई मेमोरी सुरक्षित रखता है जो JavaScript को रोकता है और page धीमा कर सकता है।

Lazy Loading को अपने साईट पर लागू करें

यदि आप अपनी साइट पर Image का प्रयोग करते हैं, तो Lazy Loading को लागू करना जरूरी है।  ताकि आपकी साइट के UX (User Experience) और मुख्य वेब स्कोर को नुकसान न पहुंचे। 
Lazy Loading
आमतौर में जब आप कोई वेब पेज खोलते हैं तो पूरा वेबपेज कंटेंट एक साथ लोड हो जाते हैं, लेकिन जब आप Lazy Loading का प्रयोग करते हैं, तो केवल वही DOM (Document Object Model) की Image लोड होती है, फिर जैसे-जैसे आप scroll करते जाएंगे वैसे-वैसे आपकी Image Load होती जाएंगी। इससे आपके सर्वर पर लोड नहीं पड़ेगा। 
 

इसके अलावा Lazy Loading के और भी लाभ हैं:

  • आपकी साइट के Performance (प्रदर्शन) में सुधार होगा।
  • यह Bandwidth का उपयोग सीमित मात्रा में करेगा।
  • यह आपकी साइट के SEO को भी बेहतर बनाता है।
  • इससे आपके विज़िटर, पेज पर देर तक रुकते है, जिससे बाउंस रेट कम होता है।
यदि आपकी साइट का LCP स्कोर खराब है, तो आपको साइट पर Lazy Loading लागू कर लेना चाहिए। Lazy Loading को आप Autoptimize Plugin के मदद से लगा सकते हैं।  

Optimize और Compress Images का इस्तेमाल करें

बड़े साइज़ की इमेज भी साईट को स्लो करने का एक मुख्य कारण है। क्योंकि जब आप बड़े साइज़ की इमेजेज का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी साईट खुलने के बाद भी लोड होने में कुछ सेकंड का समय लेती हैं। जिससे आपके जो कंटेंट हैं उनको भी पेज के साथ Adjustment करने में दिक्कत होती है। 
इससे आपका LCP Score बढ़ता है। इसलिए वेबसाइट में इमेजेज का प्रयोग करने से पहले उसको Compress करके 60kb या इससे छोटा कर लें। इसके बाद ही अपनी साइट में इमेज को अपलोड करें।

CDN का इस्तेमाल करें:

Content Delivery Network, वेबसाइट के कंटेंट को जल्दी लोड करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिससे की यूजर और सर्वर के बीच की Request में लगने वाला समय कम हो जाता है। जब आपकी वेबसाइट जल्दी लोड होती है तो इससे Bounce Rate भी कम हो जाता है। 
उदाहरण के तौर पर समझिए कि आप एक यूजर हैं और आप हमारी वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो हमारे वेबसाइट का Web Hosting आपके Request को Hosting के Server पर Redirect करता है। 
CDN की Technology उस Request को आपके Location के नजदीकी Server से जोड़ देती है। इससे User हमारी Site को आसानी से Access कर लेता है।
Cloudflare सबसे लोकप्रिय Content Delivery Network Provider कंपनियों में से एक है। इसकी मदद से आप मुफ़्त में अपनी वेबसाइट में CDN Enable कर सकते हैं।

Conclusion:

अब तो आप जान ही गये होने की Slow WordPress Site कैसे आपके SEO को प्रभावित करती है और इसको कैसे ठीक करें। इसके अलावा Core Web Vitals में कैसे फिक्स करें। ऊपर मैंने आपको How To Fix a Slow WordPress Site And Pass Core Web Vitals में वो सारे तरीके बता दिए हैं। जिसकी मदद से आप अपने वेबसाइट की स्पीड बढ़ा सकते हैं। 
तो अब देर किस बात की, उपयुक्त तरीके को अप्लाई करके अपनी वेबसाइट की स्पीड 100% कर लें। इससे आपकी साईट की रैंकिंग बढ़ जाएगी। और Traffic भी Increase हो जाएगी। 
तो दोस्तों, उम्मीद करता हूँ कि आपको हमारी ये आर्टिकल जरूर पसंद आई होगी। और हमारे द्वारा बताई गयी सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी। अगर आपके मन में अभी भी किसी तरह का कोई सवाल है, तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते है। 
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